आज के इस लेख में हम आपको कुपोषण क्या है और इससे बचने के उपाय से संबंधित पूरी जानकारी प्राप्त करवाएंगे। उससे पहले आपको ये जान कर हैरानी होगी कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 450 मिलियन लोग से भी ज्यादा लोग कुपोषण का शिकार हैं। जी हां ये एक बीमारी है जो इन्सान को अंदर ही अंदर कमजोर करती जाती है। कुपोषण की स्थिति तब पैदा हो जाती है जब बच्चो व मनुष्यों को सही व पौष्टिक आहार नहीं मिल पाता है। तो आइए इस कुपोषण के बारे में पूरी जानकारी व इससे बचने के उपाय आपको बताते हैं।
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कुपोषण क्या है
कुपोषण एक गंभीर बीमारी है जिसके कारण मनुष्य एकदम कमजोर होता जाता है। ऐसा तब होता है जब लोगो को प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन, खनिजों जैसी पौष्टिक पदार्थ नहीं मिल पाता उस दशा में इंसान कुपोषण का शिकार हो जाता है। कुपोषण का प्रभाव शरीर पर ज्यादा वजन बढने से और दूसरा कम वजन रहने से बढ़ता है और ऐसे लोग ही कुपोषण से ज्यादा पीड़ित हैं जिनका वजन कम है।
कुपोषण से पीड़ित लोगो की संख्या का वर्णन
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार पूरी दुनिया अनगिनत लोग इसका शिकार हुए हैं जिसमे से 190 करोड़ से भी ज्यादा लोग वजन बढने की वज़ह से और 46 करोड़ से भी ज्यादा लोग वजन कम होने की वज़ह से इसका शिकार हुए हैं।
5 वर्ष से कम उम्र के 41 लाख बच्चे वजन बढ़ने की वज़ह से इसका शिकार हुए हैं जबकि 1.6 करोड़ छोटे कद वाले और 5 करोड़ कमजोरी से शिकार हुए बच्चे हैं।
कुपोषण के लक्षण (Symptoms)
अब हम आपको बताएंगे कि को क्या क्या लक्षण (Symptoms) है जिसका ख्याल हमे रखना चाहिए। नीचे दी गई बिंदुओ को ध्यान से पढ़ें:-
• शरीर में पोषक तत्वों का अचानक से कम हो जाना इसका सबसे बड़ा कारण है अगर ऐसा आपको देखने को मिले तो समझ जाइए ये कुपोषण के लक्षण है।
• सांस लेने में हो सकती है समस्याएं।
• असामान्य रूप से शरीर का तापमान कम होना।
• ठंड जायदा लगना भी कुपोषण का ही एक लक्षण है।
• चोट, या कोई घाव का जल्दी ना भरना भी इसका एक लक्षण माना जाता है।
• ज्यादा थकान होना।
• मन का उदास होना।
• मन में चिड़चिड़ापन आना।
लक्षण और संकेत में छोटा सा अंतर
मरीज जो महसूस कर रहा है जो उसके साथ हो रहा है वो लक्षण है और संकेत वो है जिसका पाता डॉक्टर लगाते हैं। जैसे – दर्द हो रहा है तो वो लक्ष्य है और लाल चिकत्ते जैसे दिख रहे हैं जो समझ जाइए ये संकेत है।
अधिक गंभीर मामलों में कुपोषण के लक्षण
• त्वचा पतली सुखी, स्थिर और dry होने के बाद ठंडी होने लगती है।
• चेहरे की त्वचा, गाल खोखले, और आंखे धंसी सी लगने लगती है।
• नाखून के परत जहां से शुरू होती है उंगली के को हिस्से काले पढ़ने लगते हैं।
• कभी कभी गंभीर कुपोषण के कारण घबराहट और मन चिड़चिड़ा भी हो जाता है।
• बालो की परत भी ढीली होने लगती है और वे गिरने लगते हैं।
कुपोषण के कारण (Causes)
कुपोषण के कई सारे कारण हैं आइए आपको बताते हैं वो कौन कौन से हैं
• आर्थिक स्थिति का कमजोर होना
कुपोषण का कारण आर्थिक रूप से कमजोर होना भी हैं। लोगों के पास पौस्टिक आहार खरीदने के लिए आमदनी ही नहीं होती उन्हे जो मिलता है रुख सूखा वहीं खा लेते हैं और यही असंतुलित आहार कुपोषण को बढ़ाता है और मनुष्य को अंदर से कमजोर बनाता जाता है।
इसी कारण गरीब लोग आवश्यक वस्तुओं जैसे रोटी, चाय, शक्कर और चावल पर ही अपना जीवन यापन करते हैं। क्युकी उनके लिए सब्जियां और अन्य मांसाहारी भोजन खरीदने के पैसे नहीं होते हैं।
• बहुत ज्यादा शराब पीना
शायद आपको पता ना हो पर यह सच है कि बहुत ज्यादा शराब पीने से कुपोषण की बीमारी हो सकती है क्यूंकि इसमें प्रोटीन, कैलरी, और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी होती है। जिसकी वज़ह से कुपोषण का खतरा बना रहता है।
• पोषक तत्वों के अवशोषण के साथ पाचन संबंधी समस्याएं
क्रोहन रोग, सीलिएक रोग, और आंतों में बैक्टेरियल अतिवृद्धि ये सभी बीमारियां कुपोषण का एक कारण ही है।
• भोजन पकाने में होती है दिक्कत
जब इंसान थका हुआ व कमजोर होता है और चल फिर नहीं पता या उसके मांसपेशियों मे खिंचाव होता है तो ये सारे जोखिम कुपोषण का ही एक कारण है और इसके चलते भोजन पकाने की क्षमता भी कम होती जाती है।
कुपोषण से बचने के उपाय (Prevention)
कुपोषण को दूर करने के लिए अनेकों उपाय है जिसकी मदद से आप अपना और दूसरों का बचाव कुपोषण से कर सकते हैं।
1- ब्रेड, चावल, आलू, जैसे खाद्य पदार्थ जो कि रामबाण पौष्टिक आहार माने जाते हैं जिससे हमे ऊर्जा और कार्बोहाइड्रेट के लिए कैलरी मिलती है। जोकि सुगर मे परिवर्तित होते है और हमे ऊर्जा शक्ति प्रदान होती है जिसके फल स्वरूप हम कुपोषण से अपना बचाव कर सकते हैं।
2- दूध और दही खाद्य पदार्थ जिससे हमारे शरीर को वसा और वास्तविक सुगर के मुख्य स्रोत मिलते हैं।
3- फल और सब्जियां जो हमे विटामिन प्रदान करते हैं और हमारे पाचन तंत्र को और भी स्वस्थ रखते हैं।
4- मांसाहारी भोजन जैसे मांस, मछली, अंडे से जो प्रोटीन मिलता है वो हमारे शरीर के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है।
मोटा माटी आपको ये ध्यान में रखना है आप अच्छे से अच्छा खाना खाइए और प्रोटीन युक्त चिजो का ही सेवन करिए। अगर आपने ऐसा किया तो आप कभी भी कुपोषण का शिकार नहीं होगे।
FAQ
कुपोषण क्या है?
कुपोषण एक ऐसी बीमारी है जो अच्छे आहार न मिलने के कारण होता है। जिसमे व्यक्ति की प्रतिरोधन क्षमता कम हो जाती है। और अनेक बीमारियों से ग्रस्त हो जाता हैं।
कुपोषण कैसे दूर किया जा सकता है?
कुपोषण जैसी खतरनाक बीमारी को संतुलित भोजन, और कुछ योग की मदद से इसे दूर किया जा सकता है।
कुपोषण से भारत में कितने बच्चे कुपोषण का शिकार हैं?
द स्टेट ऑफ द वर्ल्ड चिल्ड्रन के अनुसार लगभग वर्तमान में 70 करोड़ बच्चे कुपोषण का शिकार है।
Conclusion
आज के इस लेख में हमने आपको बताया कि कुपोषण क्या है किस कारण से होता है इसके लक्षण क्या है और हम अपना बचाव इससे किस प्रकार कर सकते हैं इन सभी के बारे में पूरी जानकारी दी है। हम आशा करते हैं आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा पसंद आया हो तो इसे अपने मित्रों व सगे संबंधियों के साथ अवश्य शेयर करिएगा।